अब गरीब बच्चे भी बोल पाएंगे अच्छी अंग्रेजी, यह संस्था फ्री देगी इंग्लिश स्पीकिंग की ट्रेनिंग
बीबीसी स्कूल, जो कि कुचायकोट क्षेत्र में एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान के रूप में जाना जाता है. यह निर्णय लिया है कि गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण इंग्लिश शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी. यह कदम उन बच्चों के लिए एक आशा की ...और पढ़ें

इंग्लिश स्पीकिंग की ट्रेनिंग
गोपालगंज. गरीब बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाएं देने के लिए कुचायकोट स्थित बीबीसी स्कूल ने एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत, स्कूल गरीब और वंचित बच्चों को इंग्लिश स्पीकिंग की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी, जिससे वे बेहतर रोजगार अवसर और सामाजिक विकास के लिए सक्षम हो सके.
बीबीसी स्कूल, जो कि कुचायकोट क्षेत्र में एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान के रूप में जाना जाता है. यह निर्णय लिया है कि गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण इंग्लिश शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी. यह कदम उन बच्चों के लिए एक आशा की किरण है जो आर्थिक कारणों से उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते. स्कूल की ओर से बताया गया है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल बच्चों की इंग्लिश बोलने की क्षमता को सुधारना है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और सामाजिक समावेशन के लिए भी तैयार करना है.
अंग्रेजी बोलने में आत्मनिर्भर बनाना है उद्देश्य
संस्था के प्रचार ने बताया कि इस इंग्लिश स्पीकिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम का शुभारंभ स्कूल की ओर से एक विशेष उद्देश्य से किया गया है. इसके माध्यम से बच्चों को अंग्रेजी बोलने में आत्मनिर्भर बनाना और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने में सहायक करना है. साथ ही ट्रेनिंग प्रोग्राम में इंग्लिश बोलने के साथ-साथ भाषा की मौलिक बातें, उच्चारण और संवाद कौशल पर भी ध्यान दिया जाता है. शिक्षकों की एक टीम, जो इस क्षेत्र में अनुभवी है, ट्रेनिंग सत्रों का संचालन करती है. कार्यक्रम में बच्चों को खेल-खेल में इंग्लिश सीखने की तकनीक अपनाई जाती है. जिससे वे जल्दी और सहजता से भाषा सीख सकें. बीबीसी स्कूल के इस प्रयास को लेकर स्थानीय समुदाय में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. कई अभिभावकों ने इस पहल का स्वागत किया है और उन्होंने विश्वास जताया है कि इससे उनके बच्चों के जीवन में बदलाव आएगा. एक स्थानीय अभिभावक ने कहा, हमारी आर्थिक स्थिति की वजह से हम अपने बच्चों को सही तरीके से इंग्लिश नहीं सीखा पा रहे थे. इस स्कूल की पहल से हमारे बच्चों को एक नई दिशा मिलेगी.