• text

PRESENTS

sponser-logo

TYRE PARTNER

  • text

ASSOCIATE PARTNER

  • text
  • text
  • text
  • text
  • text
इन ट्रेनों में सफर करने पर ऊपर खुला आसपास और नीचे झरने दिखेंगे, अहसास खुली गाड़ी जैसा, जानें कहां हो रहा है संचालन?
FOLLOW US
TEXT SIZE
SmallMediumLarge
SHARE
हिंदी समाचार / न्यूज / व्यवसाय / इन ट्रेनों में सफर करने पर ऊपर खुला आसपास और नीचे झरने दिखेंगे, अहसास खुली गाड़ी जैसा, जानें कहां हो रहा है संचालन?

इन ट्रेनों में सफर करने पर ऊपर खुला आसपास और नीचे झरने दिखेंगे, अहसास खुली गाड़ी जैसा, जानें कहां हो रहा है संचालन?

सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो

इस ट्रेन से सफर करने पर ऊपर खुला आसमान दिखेगा और नीचे झरने-घाटियां दिखेंगी. सफर के दौरान आपको कई बार आपको यह अहसास नहीं ...अधिक पढ़ें

नई दिल्‍ली. मौजूदा समय वंदेभारत ट्रेन लोगों को खूब भा रही है. इन लग्‍जरी ट्रेन के साथ एक अन्‍य ‘श्रेणी’ की ट्रेन में सफर का आनंद ही कुछ और है. इससे सफर करने पर ऊपर खुला आसमान दिखेगा और नीचे झरने व घाटियां दिखेंगी. सफर के दौरान आपको कई बार आपको यह अहसास नहीं होगा कि ट्रेन में बैठे हैं या किसी खुली गाड़ी में. यही वजह है कि ये ट्रेंने करीब करीब फुल क्षमता के साथ चल रही हैं. अगर आप भी गर्मियों में इस ट्रेन का आनंद लेना चाह रहे हैं तो तुंरत टिकट बुक करा लें.

जी हां, यहां बात कर रहे हैं विस्‍टाडोम कोच की. जो बेहद लोकप्रिय हैं, यात्रियों में जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है. चाहे वह मुंबई-गोवा मार्ग पर घाटियों, नदियों और झरनों का मनमोहक दृश्य हो या मुंबई-पुणे मार्ग पर पश्चिमी घाट का शानदार दृश्य, ग्लास टॉप और चौड़ी खिड़कियों वाले ये कोच हिट साबित हुए हैं. इसके अलावा विस्टाडोम ट्रेन/कोच दादर और मडगांव, कश्मीर वैली, अराकू वैली, जीरो वैली, कांगड़ा वैली, माथेरान वैली, दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे, कालका शिमला रेलवे, नीलगिरि माउंटेन और मुंबई-गोवा मार्ग, मंगलुरु-बेंगलुरु जैसे शहरों में भी चल रहे हैं.

ट्रेन के बाथरूम में छिपकर कर रहे थे ये काम, टीटी ने खटखटया तो गेट खोला, अंदर का दृश्‍य देख हैरान रह गए

ये हैं खासियत

विस्टाडोम कोचों में कांच की छत के अलावा कई अन्य विशेषताएं हैं जैसे चौड़ी खिड़की के शीशे, एलईडी लाइटें, घूमने वाली सीटें और पुशबैक कुर्सियां, विद्युत चालित स्वचालित स्लाइडिंग कम्पार्टमेंट दरवाजे, दिव्यांगों के लिए चौड़े स्लाइडिंग दरवाजे, सिरेमिक टाइल फर्श के साथ शौचालय हैं. इनमें सबसे महत्वपूर्ण बात, व्यूइंग गैलरी है. जिस पर बैठकर बाहर का नजारा देख सकते हैं.

इन प्रमुख ट्रेनों में लगते हैं कोच

भारतीय रेलवे ने देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में चलने वाली ट्रेनों में विस्‍टाडोम कोच जोड़े हैं. मौजूदा समय पुणे-मुंबई-पुणे प्रगति एक्सप्रेस, पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी एक्सप्रेस, मुंबई-मडगांव जन शताब्दी एक्सप्रेस, भोपाल-जबलपुर जन शताब्दी एक्सप्रेस, अहमदाबाद-केवड़िया एक्सप्रेस समेत 33 जोड़ी विस्टाडोम कोच चल रहे हैं.

गर्मियों के लिए ये टूरिस्‍ट प्‍लेस हैं एकदम ‘झकास’, न होटलों की मारामारी, न भीड़भाड़ का टेंशन, और आपके बजट में

सीटें करीब-करीब फुल

. 12125/12126 मुंबई-पुणे-मुंबई प्रगति एक्सप्रेस 99.26 फीसदी है.

. 11007/11008 मुंबई-पुणे-मुंबई डेक्कन एक्सप्रेस 97.49 फीसदी है.

. 12051/12052 सीएसएमटी-मडगांव-सीएसएमटी जनशताब्दी एक्सप्रेस 95.49 फीसदी है.

. 12123/12124 मुंबई-पुणे-मुंबई डेक्कन क्वीन 92.72 फीसदी है.

. 12025/12026 पुणे-सिकंदराबाद-पुणे शताब्दी एक्सप्रेस 87.84 फीसदी है.

इन तरह बुक कर सकते हैं सीट

आईआरसीटीसी ऐप या वेबसाइट पर जाएं. ट्रेन यात्रा विवरण, ‘कहां से और कहां तक’ डिटेल, यात्रा की तारीख, श्रेणी आदि दर्ज करें. ‘क्लास’ के लिए विस्टाडोम कोच के लिए बुकिंग करते समय केवल एसी चेयर कार या एक्जीक्यूटिव चेयर कार का चयन करना है. यात्री विवरण, बुकिंग की समीक्षा करें और भुगतान विकल्प दिखाई देंगे. इस तरह आप सीट बुकिंग कर सकते हैं.

Tags: Indian railway, Indian Railway news