बैंक लॉकर में रखने जा रही हैं सोने के गहने, प्रॉपर्टी के पेपर, 4 बातें जो आपको पता होनी चाहिए
Bank lockers safety and your requirement: क्या आप बैंक में लॉकर सेवा का फायदा लेना चाहती हैं. अगर हां तो कुछ जरूरी बातें जो आपको बैंक लॉकर की फीस से इतर पता होनी चाहिए, आज हमआपको बताने जा रहे हैं.

Bank Locker Safety, pros and cons: भारत में फिलहाल केवल 60 लाख बैंक लॉकर हैं. लॉकर सर्विसेस मुहैया करवानेवाली कंपनी, Aurm की रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 तक पहुंचते-पहुंचते पूरे देश में छह करोड़ लोग ऐसे होंगे जिन्हें लॉकर की सुविधा चाहिए हो सकती है. बैंक लॉकरों की संख्या और लोगों की बढ़ती जरूरत के बीच इस रिपोर्ट के मुताबिक अभी काफी अंतर है. यदि आप भी अपने गहनों, दस्तावेजों या अन्य कीमती सामानों को लॉकर में रखने की सोच रही हैं या रखती हैं तो आपको कुछ जरूरी बातें पता होनी चाहिए ताकि किसी तरह के नुकसान में न रहें आप.
1- लॉकर में रखे पैसे और सामान की सुरक्षा
वैसे तो बैंक लॉकरों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी के उपाय करते ही हैं मगर यह न भूलें कि आपने अपना सामान किसी तीसरे को दिया है और इसलिए वह इसके लिए जिम्मेदार हो तो भी खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता. भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक जैसे राष्ट्रीयकृत बैंक और साथ ही एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक सहित निजी बैंक सुरक्षित जमा लॉकर सुविधाएं देते हैं. यदि आप किसी अन्य वित्तीय संस्थान या प्राइवेट लॉकर सेवा के तहत लॉकर फैसिलिटी लेते हैं तब भी आपको इसके जोखिमों का पता होना चाहिए.
बैंक लॉकर के किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी नहीं लेते हैं. भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, लॉकर रेंटर अग्रीमेंट के मुताबिक बैंकों को प्राकृतिक आपदाओं, आपकी ओर से किसी भी लापरवाही और अन्य अचानक पैदा हुई परिस्थितियों में किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी से मुक्त रखा गया है.
2- बैंक लॉकर का किराया, कंपेयर करें
आप जिस भी बैंक या वित्तीय संस्थान से लॉकर फैसिलिटी ले रहे हों आपको पहले तो इनके किराए का शुल्क कंपेयर कर लेना चाहिए. बैंक लॉकर किराये का शुल्क 1,000 रुपये से 10,000 रुपये प्रति वर्ष तक होता है. कुछ बैंक तयशुदा वार्षिक सीमा से अधिक विजिट पर अतिरिक्त शुल्क लेते हैं. जब भी लॉकर फैसिलिटी के लिए बैंक फिक्स करें, अपना अंतिम चुनाव करने से पहले इस तरह की संभावित लागतों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें. महिलाओं और पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी ऐसी ही अधिक जानकारी के लिए आप यहां क्लिक कर सकती हैं.
3- लॉकर फैसिलिटी जितना करीब हो, उतना बेहतर
लॉकर लेते समय ध्यान दें कि वह घर के जितना पास हो उतना ही बेहतर है. महत्वपूर्ण दस्तावेज और गहने कहीं दूर तो पास में एक बैंक चुनें. बार बार लॉकर से सामान निकालना और रखना पड़ता हो तो बेहतर है कि लॉकर पास में हो. ताकि, लॉकर से घर तक सामान लाते-ले जाते समय आपको इसकी चोरी या लूट का खतरा न रहे.
4- लॉकर के जुर्माना, टाइमिंग संबंधी नियम
आपने यदि चाबी खो दी है, चाबी खो जाने के बाद लॉकर तोड़ने की कोशिश करते हैं तो इस पर आर्थिक दंड भुगतना पड़ सकता है. इसलिए चाबी को ध्यान से रखें. यह जरूरी है कि आप लॉकर इस्तेमाल करने के नियमों के बारे में पता करके रखें. बैंक की जिस ब्रांच में आपका लॉकर है, उसके क्या टाइमिंग हैं, आमतौर पर ये टाइमिंग सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक होते हैं और शनिवार को इनकी सीमित सेवाएं होती हैं. लेकिन इसमें बदलाव संभव है. पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप इन लिंक्स पर जानकारी ले सकती हैं- महिलाएं अबकी बार FD नहीं, FD लैडरिंग करवाएं, कमाल का फायदा देगा यह तरीका! इसके अलावा यह भी पढ़ सकती हैं- नहीं बचता पैसा, नहीं कर पा रही सेविंग? ये 5 तरीके बटुए में दबा कर रखेंगे नोट