अनोखा है बिहार का ये 166 साल पुराना स्कूल, जेपी नड्डा से लेकर सुशील मोदी तक कर चुके हैं पढ़ाई
बिहार के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित स्कूलों में शुमार राजधानी पटना के दीघा इलाके में एक स्कूल है. 1858 में शुरू हुए इस स्कूल में पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी पढ़ाई कर चुके हैं. (उधव कृष्ण/पटना)

बिहार के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित स्कूलों में शुमार राजधानी पटना के दीघा इलाके में स्थित संत माइकल स्कूल 166 साल पुराना है. हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि इस स्कूल की शुरुआत 1858 में एक अनाथालय के रूप में की गई थी.

जानकार बताते हैं कि इस स्कूल की स्थापना भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की पहली लड़ाई 1857 के एक साल बाद 1858 में विशप हार्टमैन ने एक अनाथालय के रूप में की थी. इसके बाद यहां आवासीय स्कूल की स्थापना की गई, जहां अनाथ बच्चों को शिक्षा दी जाने लगी. बड़े भू-भाग में फैले इस स्कूल में हरियाली देखकर मन प्रफुल्लित हो उठता है.

प्रत्येक कक्षा में 50 से 60 बच्चों की औसत संख्या रहती है. साथ ही सीबीएसई माध्यम में संचालित होने वाले इस स्कूल को आज भी पटना के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक माना जाता है.

बता दें कि बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इसी स्कूल से शिक्षा ग्रहण की है. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूढ़ी, सुशील मोदी, क्रिकेट खिलाड़ी सबा करीम के साथ आईएएस अधिकारी चैतन्य प्रसाद और राहुल सिंह भी इसी स्कूल के पूर्ववर्ती छात्र रह चुके हैं.

बताते चलें कि इस स्कूल की फीस काफी कम है. आज इस स्कूल में 120 से ज्यादा शिक्षक एलकेजी से 12वीं तक के 4500 छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने में जुटे हैं.