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Positive Story: बौना कहकर मजाक उड़ाते थे लोग, अब देश के लिए मेडल लाएगा मुजफ्फरपुर का अभ्युदय, जर्मनी में मुकाबला

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Bihar News: अभ्युदय ने राजभवन में राज्यपाल के साथ पीएम की 'मन की बात' कार्यक्रम को सुना था. जर्मनी जाने के लिए पैसे नहीं थे तो राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आर्थिक मदद की, वहीं विधानपरिषद के सभापति देवे...और पढ़ें

बौना कहकर मजाक उड़ाते थे लोग, अब देश के लिए मेडल लाएगा मुजफ्फरपुर का अभ्युदय
अभ्युदय अब 27 जुलाई से 6 अगस्त तक होने वाले 8 वें World Dwarf Game 2023 में भाग लेने के लिए जर्मनी जाने जा रहें है.

रिपोर्ट- प्रियांक सौरभ

मुजफ्फरपुर. कहते हैं कि किसी के अंदर अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो रास्ते में कितने भी रोड़े मिले व्यक्ति अपनी मंजिल तक पहुंच ही जाता है. यह बात बिहार के मुजफ्फरपुर के अभ्युदय शरण पर काफी हद तक सही साबित होती है. दरअसल मुजफ्फरपुर के बेहद साधारण परिवार के रहने वाले अभ्युदय शरण इनदिनों चर्चा में हैं. अपने कम हाइट के बावजूद कई बड़ी उपल्बधियों को हासिल करने वाले अभ्युदय अब 27 जुलाई से 6 अगस्त तक होने वाले 8 वें World Dwarf Game 2023 में भाग लेने के लिए जर्मनी जाने जा रहें है.

अभ्युदय जर्मनी में आयोजित हो रहें विश्व बौना खेल में बतौर एथिलिट भाग लेंगे, जहां वो 60 मीटर, 100 मीटर और 1500 मीटर की रेस में भाग लेंगे, वहीं डिसकस थ्रो में भी उनका चयन हुआ है. यह गेम विशेष रूप से उनके लिए है जो शारीरिक रूप से कम लम्बाई यानी बौनापन के शिकार है. मुजफ्फरपुर के अभ्युदय शरण की लम्बाई 4 फ़ीट 5 इंच है.

सपनों को पंख देने में जुट गया अभ्युदय

बता दें, कम लम्बाई के कारण लोग अक्सर अभ्युदय का मजाक उड़ाते थे. लेकिन, अभ्युदय ने लोगों के तानों और उनकी कड़वी बातों पर ध्यान नहीं दिया और अपने सपनों को पूरा करने के अभियान में जुट गए. आखिरकार वह दिन आ ही गया जब अभ्युदय को अपने देश के लिए मेडल लाने का मौका मिला. जर्मनी में आयोजित हो रहें विश्व बौना खेल में अभ्युदय को बतौर एथिलिट मौका मिलने के बाद अब उनकी उपलब्धियों पर समाज गर्व करता है. अभ्युदय के पिता फोर्थ ग्रेड कर्मचारी हैं, उनकी मां नहीं हैं, जब अभ्युदय छोटा था, तभी उनका देहांत हो गया था. अभ्युदय एक भाई और एक बहन है.

चुनाव आयोग का ब्रांड अंबेसडर रह चुका अभ्युदय 

पर्सन विद डिसएबिलिटीज श्रेणी में अभ्युदय चुनाव आयोग का ब्रांड अम्बेसडर रह चुका है. वहीं वह 2018 पैरालम्पिक में भी पार्टिसीपेट कर चुका है. अभ्युदय को हाल ही में पीएम की ‘मन की बात’ कार्यक्रम को बिहार के राज्यपाल के साथ बैठकर सुनने का आमंत्रण मिला था. अभ्युदय ने राजभवन में राज्यपाल के साथ पीएम की ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुना था. जर्मनी जाने के लिए पैसे नहीं थे तो राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने आर्थिक मदद की, वहीं विधानपरिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने भी आर्थिक रूप से मदद की.

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