Advertisement

12 कमरों में चल रहा है केंद्रीय विद्यालय, 20 साल से नहीं है खुद का भवन, छात्रों ने किया आंदोलन

Edited by:
Last Updated:

पूर्व छात्र चंदन कात्यायन ने बताया कि वर्ष 2008 से इसकी मांग करते आ रहे है. इसको लेकर सूचना के अधिकार के तहत सबसे पहले इसकी भूमि को लेकर अड़चनों के बारे में जानकारी मांगी. इसके बाद सभी पूर्ववर्ती छात्रों ने पहल...और पढ़ें

X
बक्सर

बक्सर में किराए के भवन में चल रहा है केंद्रीय विद्यालय 

गुलशन सिंह/ बक्सर. बिहार के बक्सर जिला मुख्यालय स्थित एमपी हाई स्कूल के 12 कमरों में किराए पर संचालित हो रहे, बता दें कि केंद्रीय विद्यालय को स्थापना के 20 वर्षों बाद भी अपना भवन नहीं मिल सका है. इसको लेकर वर्षों से मांग उठती रही है, लेकिन अब तक इसका समाधान नहीं हो सका है. परिणाम है कि किराए के भवन में यह विद्यालय संचालित हो रहा है. कम कमरे होने के कारण यहां सभी कक्षाओं का संचालन भी नहीं हो पा रहा है.

ऐसे में पूर्ववर्ती छात्र एकजुट होकर केंद्रीय विद्यालय की दशा को लेकर सोशल मीडिया और सड़क पर भी आंदोलन करने के साथ अभियान चला रहे हैं. इसके लिए पूर्व छात्र चंदन कात्यान ने पिछले दिनों बिहार के शिक्षा मंत्री से मिलकर ज्ञापन भी सौंपा है. जिसमें केंद्रीय विद्यालय को 5 एकड़ जमीन व अपना भवन मुहैया कराने की मांग की है. पूर्व छात्र चंदन कात्यायन ने बताया कि वर्ष 2008 से इसकी मांग करते आ रहे है. इसको लेकर सूचना के अधिकार के तहत सबसे पहले इसकी भूमि को लेकर अड़चनों के बारे में जानकारी मांगी. इसके बाद सभी पूर्ववर्ती छात्रों ने पहले सोशल मीडिया पर कैम्पेन चलाया, फिर यहां के जनप्रतिनिधियों को समस्या से अवगत कराया.

गर्मी और बारिश में होती है काफी दिक्कत

इसके अलावा डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री कार्यालय तक पत्र भेज कर मांग की, लेकिन सभी जगह से आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. उन्होंने बताया कि किराए के भवन में संचालित हो रहे केंद्रिय विद्यालय की हालत ऐसी है कि यहां न हीं खेल का मैदान है और न हीं बच्चों को खड़ा होने की पर्याप्त जगह है.पूर्व छात्र चंदन कात्यायन ने बताया कि कक्षा में भी बैठने के दौरान छात्रों को कई तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. छोटे-छोटे कमरों में बच्चों को एक साथ बैठने में गर्मी व बरसात के दिनों में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

भवन को लेकर लगातार चल रही है मांग

चन्दन कात्यायन ने बताया कि फिलहाल विद्यालय में लगभग 500 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय विद्यालय का अपना भवन होता तो बक्सर के 5000 छात्रों को लाभ मिलता. उन्होंने बताया कि कमरे कम होने की वजह से यहां बारहवीं की पढ़ाई नहीं होती है. यहां केवल पहली से दसवीं तक की पढ़ाई होती है. उन्होंने बताया कि जब तक केंद्रीय विद्यालय को अपना भवन नहीं मिल जाता है, तब तक पूर्ववर्ती छात्रों द्वारा अभियान चलाया जाएगा.

homebihar
12 कमरों में चल रहा है केंद्रीय विद्यालय, 20 साल से नहीं है खुद का भवन
और पढ़ें