Bihar Weather Update: बिहार के 19 जिलों में होगी भारी बारिश, रेड अलर्ट जारी
Bihar Weather Update: बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है. राजधानी में कल से बारिश हो रही है. मौसम विज्ञान केंद्र ने खराब मौसम के दौरान लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है. साथ ही वज्रपात और ...और पढ़ें

उधव कृष्ण, पटना. पटना मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में शनिवार (1 जुलाई) को झमाझम बारिश का पूर्वानुमान है. वहीं 38 में से 19 जिलों के अधिकांश स्थानों पर भारी वर्षा के आसार हैं. मौसम विज्ञान केंद्र ने वर्षा को लेकर कई इलाकों में रेड अलर्ट भी जारी किया है. इस कारण लोगों से अपने घरों से नहीं निकलने की अपील की गई है. इसके अलावा बाकी के 19 जिलों में हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर भारी बारिश की भी उम्मीद जताई गई है.
पटना के मौसम वैज्ञानिक राकेश कुमार की माने तो अगले 24 घंटे के अंदर उत्तरी बिहार के अधिकांश जिलों में भारी वर्षा हो सकती है. वर्तमान में राज्य से एक ट्रफ लाइन गुजर रही जो फिलहाल राजस्थान से लेकर नागालैंड तक गुजर रही है. इसके अलावा राज्य में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे शनिवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा होने का पूर्वानुमान है.
यहां भारी बारिश के आसार
मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर,पश्चिम-पूर्वी चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार के अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश के आसार जताए गए हैं. तापमान की बात करें, तो इन जिलों में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 से 26 डिग्री रहने की संभावना है.
इन जिलों में वज्रपात और हल्की बारिश की है उम्मीद
भोजपुर, जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, दरभंगा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, खगड़िया, बेगूसराय, नालंदा, पटना, समस्तीपुर, सारण, वैशाली, अरवल, मुंगेर, सहरसा में अगले 02 से 03 घंटे में मेघ गर्जन, वज्रपात और बारिश होने की उम्मीद जताई गई है.
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
Indian Metrological Department ने लोगों से अपील कि है कि खराब मौसम के दौरान पशुओं को बाहर ना छोड़ें. साथ ही खुद भी बाहर ना निकलें. मौसम साफ होने पर ही बाहर के अपने काम निपटाएं. वहीं तेज आंधी के दौरान बड़ी संरचनाओं से दूर रहें और मेघगर्जन के दौरान पेड़-पौधे के नीचे शरण न लेने से बचें. वहीं ओलावृष्टि के समय सुरक्षित छत के नीचे जाकर शरण लें.