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Lakhisarai News : गठिया और साइटिका सहित अन्य रोगों का यहां होता है निःशुल्क इलाज, आधुनिक मशीनों से लैस है यह संस्थान

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बुनियाद केंद्र पर इलाज करवाने के लिए कोई विशेष प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता है. यदि आपका उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है तो यहां आसान प्रक्रिया के तहत अब का इलाज हो जाएगा.

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निःशक्त

निःशक्त और निसाहयों के लिए संजीवनी की तरह काम कर रहा है बुनियाद केंद्र

रिपोर्ट – अविनाश सिंह

लखीसराय. हलसी प्रखंड में स्थित बुनियाद केंद्र जिले के वृद्धजनों, दिव्यांग जनों, विधवाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. बुढ़ापे में नि:सहाय व कष्टदायी जीवन जीने को विवश लोगों के लिए बुनियाद केन्द्र संजीवनी की तरह काम कर रहा है. यहां दर्जनों बेसहारा लोग पहुंच कर अपना इलाज करवा रहे हैं और ठीक होकर जा रहे हैं.

बताते चलें कि बुनियाद केन्द्र में फिजियोथेरेपी के माध्यम से गठिया, साइटिका, जोड़ो का दर्द, अस्थि रोग आदि का सफल इलाज किया जा रहा है. वहीं इसके अलावा वाक तथा श्रवण सम्बन्धित जांच और उसका इलाज, आंख इलाज एवं उसका इलाज तथा जरूरत पड़ने पर निःशुल्क चस्मा उपलब्ध करवाना सहित जरूरतमंदों के लिए कई सुविधाएं मौजूद है. खास बात यह है की यहां आधुनिक मशीनों और विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा इलाज किया जाता है जो अन्य जगहों काफी महंगा है.

आधार कार्ड के जरिए बुनियाद केंद्र में करवा सकते हैं इलाज

बुनियाद केंद्र पर इलाज करवाने के लिए कोई विशेष प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता है. यदि आपका उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है तो यहां आसान प्रक्रिया के तहत अब का इलाज हो जाएगा. वहीं यदि कोई विधवा हैं तो उनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और अगर आप 40 प्रतिशत या उससे अधिक दिव्यांग हैं तो बस अपना आधार कार्ड के माध्यम से इलाज का लाभ ले सकते हैं.

अगर आप पेंशन संबंधित समस्या एवं दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए से परेशान हैं तो बुनियाद केंद्र में उसका भी निदान है. यहां मौजूद कर्मियों के द्वारा आपके समस्या का समाधान किया जायेगा या फिर आपको उचित जानकारी प्रदान की जाएगी कि इसका निदान कहां संभव है. यहां फिजियोथेरेपिस्ट, काउंसलर, नेत्र विशेषज्ञ, मोबिलिटी इंस्ट्रक्टर सहित अन्य संबंधित विभाग के कर्मी कार्यरत हैं.

गांव-गांव जाती है मोबाइल थेरेपी वाहन

बुनियाद केंद्र द्वारा लाचार बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं के लिए मोबाइल थेरेपी वाहन भी संचालित किया जाता है. यह थेरेपी वाहन गांव-गांव पहुंच कर जरूरतमंदों की निःशुल्क सेवा कर रहा है. जिससे लोगों को समय पर इलाज मुहैया हो जाता है. इस मोबाइल थेरेपी वाहन पर फिजियोथेरेपी के अलावा नेत्र एवं श्रवण संबंधित इलाज की भी सुविधा उपलब्ध रहती है और उसके विशेषज्ञ मौजूद होते हैं.

यहां जांच के बाद अगर जरूरत पड़ती है तो मरीजों को बुनियाद केंद्र पर बुला कर समुचित इलाज किया जाता है . यह थेरेपी वाहन इलाज के साथ-साथ लोगों को बुनियाद केंद्र पर मिलने वाली सुविधाओं से भी अवगत करवाता है ताकि लोग सुविधा का समुचित लाभ ले सकें.

क्या कहते हैं यहां इलाज करवा रहे मरीज

चलने फिरने एवं वाक संबंधित परेशानियों का सामना करने वाले चंदन बताते हैं कि पहले चलने में काफी परेशानियां होती थी. बमुश्किल अपना पैर उठा पाता था, लेकिन यहां इलाज करवाने के बाद अब लाठी के सहारे चल पा रहे हैं.

चंदन पिछले 4 वर्षों से यहां अपना इलाज करवा रहे हैं और बताते हैं कि सिर्फ फिजियोथेरेपिस्ट के द्वारा बताए गए एक्सरसाइज के द्वारा काफी राहत मिला है और बहुत खुश हैं कि अब मअपने पैरों से जमीन को माप रहा हूं.

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वृद्धजनों और विधवाओं के लिए संजीवनी की तरह काम कर रहा है बुनियाद केंद्र
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