Ram Navami 2023 : राम नवमी को बन रहा है गजकेसरी संयोग, जानिए कुंडली में इस योग के बनने का फायदा
ज्योतिषाचार्य पीके युग कहते हैं कि गुरु का चंद्रमा के केंद्र में होने से गजकेसरी, चंद्रमा से दशम भाव में गुरु का स्वगृही होने से हंस नामक पंच महापुरुष योग, सूर्य का बुध के साथ रहने से बुधादित्य योग, सूर्य एवं ग...और पढ़ें

रिपोर्ट- सच्चिदानंद
पटना. हिंदू धर्म में राम नवमी का इंतजार लोग बेसब्री से करते हैं. इस दिन हर जगह विशेष व्यवस्था रहती है. पूरा पटना जय श्रीराम की भक्ति में सराबोर रहता है. ऐसे में हम आपको बता दें कि इस बार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 30 मार्च को रामनवमी का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन केदार योग, गजकेसरी योग, पंच महापुरुष योग, बुधादित्य योग, गुरु आदित्य योग का संयोग बन रहा है. जो अपने आप में बेहद खास है.
30 को है रामनवमी
हिंदू धर्म में राम नवमी पर्व का बेहद खास महत्व होता है. इसे भगवान श्रीराम के जन्म उत्सव के तौर पर मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथि 30 मार्च को रामनवमी का पर्व मनाया जाएगा. ज्योतिष आचार्य पीके युग ने बताया कि नवमी तिथि का आरंभ 29 मार्च की रात 9.07 बजे से होकर 30 मार्च की रात 11.30 बजे तक है. उदित तिथि को मानते हुए रामनवमी 30 मार्च को मनेगा. पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 11.17 बजे से दोपहर 1.46 बजे तक है. इस दिन इस दिन सभी ग्रह चार भाव में हैं.
बन रहा है गजब संयोग
ज्योतिषाचार्य पीके युग कहते हैं कि गुरु का चंद्रमा के केंद्र में होने से गजकेसरी, चंद्रमा से दशम भाव में गुरु का स्वगृही होने से हंस नामक पंच महापुरुष योग, सूर्य का बुध के साथ रहने से बुधादित्य योग, सूर्य एवं गुरु के एक साथ होने से गुरु आदित्य योग का संयोग बन रहा है. इसीलिए इस वर्ष पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 17 मिनट से दोपहर 1 बजकर 46 मिनट तक है. वे कहते हैं कि गजकेसरी योग हाथी और सिंह के संयोग से बनता है. गज में अभिमान रहित अपार शक्ति और सिंह में अदम्य साहस होता है. इसी प्रकार जिसकी कुण्डली में गजकेसरी योग होता है, वह अपनी सूझबूझ और अदम्य साहस के बल पर सभी कार्य सिद्ध करता है.