Advertisement

Success Story: मशरूम का स्पॉन तैयार कर कई राज्यों को करती हैं सप्लाई, ऐसे की शुरूआत

Edited by:
Last Updated:

2011 में उन्होंने राजगीर के पंडितपुर गांव के पास बिजली का सप्लाई बढ़िया होने के उद्देश्य से यहां स्पॉन लैब की शुरुआत की. जहां से आज मशरूम उत्पादन के लिए यह स्पॉन बिहार के अलावा झारखंड, बंगाल और यूपी को सप्लाई ...और पढ़ें

X
मशरूम

मशरूम का स्पॉन तैयार कर कई राज्यों को करती हैं सप्लाई

रिपोर्ट-मो. महमूद आलम

नालंदा. मशरूम लेडी के नाम से शोहरत पाई नालंदा की मधु पटेल इन दिनों मशरूम का स्पॉन तैयार कर सूबे में पहचान बना रही हैं. मधु पटेल ने बताया कि जब से शिक्षा की शुरुआत की तभी से मन में आया कि पढ़ाई कर नौकरी नहीं करना है और कृषि से जुड़कर कुछ अलग कर आत्मनिर्भर बनना है. आज वह अपने साथ साथ सैकड़ों महिलाओं के सपनों को साकार कर रही हैं.
किताब और एंड्रॉयड फोन से ली कृषि की जानकारी

उन्होंने बताया कि वह शिक्षा के साथ कृषि के क्षेत्र में किताब और एंड्रॉयड फोन के माध्यम से जानकारी लेती रहीं और उसकी शुरुआत मशरूम से शुरू की. जिसके बाद उन्हें स्पॉन के लिए दूसरे प्रदेश से मंगवाना पड़ता था या खुद जाकर लाना पड़ता था. जिससे काफ़ी कठिनाइयां होती थी. उसके बाद 2011 में उन्होंने राजगीर के पंडितपुर गांव के पास  बिजली की सप्लाई बढ़िया होने के उद्देश्य से स्पॉन लैब की  शुरुआत की, जो आज बिहार के अलावा झारखंड, बंगाल और यूपी को इसका बीज सप्लाई करती हैं. इससे सूबे बिहार में क़रीब 10,000 महिलाएं मशरूम की खेती से जुड़ी हैं. इतना ही नहीं मशरूम की खेती से जुड़ने के लिए किसान और कृषि के छात्र इसको लेकर प्रशिक्षण प्राप्त करने आते हैं. जिन्हें मशरूम के स्पॉन और उसकी खेती के गुर को विस्तृत रूप से जानकारी साझा करती हैं. साथ ही बताया कि स्पॉन की खेती हिमाचल कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त कर इसकी शुरुआत की, जो आज नारी शक्ति के रूप में मिसाल बनी है.
राज्य सरकार और ज़िला प्रशासन ने कृषि के क्षेत्र में कई बार किया सम्मानित

इन्हें राज्य सरकार और ज़िला प्रशासन ने कई बार कृषि के क्षेत्र में सम्मानित भी किया जा चुका है. मशरूम के बीज को ही स्पॉन कहते हैं, जो एक फंगी जाल होता है. इसी जाल को कंपोस्ट में बीज के तौर पर इस्तेमाल करके मशरूम उगाये जाते हैं. मशरूम के बीजों को लेकर किसानों को काफी भटकना पड़ता है. ऐसे में मशरूम स्पॉन का बिजनेस शुरू करके बढ़िया मुनाफा कमाया जा सकता है. मशरूम स्पॉन तैयार करने के लिए सबसे पहले कल्चर बनाया जाता है. इसके लिए आप किसी ऑथोराइज्ड एजेंसी से प्राइमरी कल्चर खरीद सकते हैं.

तीन तरह से बनता है कल्चर

इस कल्चर को तीन तरीके से बनाया जा सकता है.सिंगल स्पोर कल्चर तकनीक, मल्टीपल स्पोर कल्चर तकनीक, टिश्यू कल्चर तकनीक जिस प्रकार मशरूम उगाने के लिए कम्पोस्ट की आवश्यकता पड़ती है. उसी प्रकार मशरूम कल्चर तैयार करने के लिए एक माध्यम की जरुरत पड़ती है. आप ज्वार, धान की पुआल, गेहूं, राई, कपास के अवशेष तथा चाय की पत्ती का इस्तेमाल कर भी मशरूम स्पॉन तैयार कर सकते हैं. अच्छी क्वालिटी का स्पॉन तैयार करने के लिए 40 से 50 रुपए प्रति किलोग्राम खर्च आता है. मशरूम स्पॉन की क्वालिटी अच्छी होगी तो, मुनाफा भी अधिक होगा. इसे 100 रुपए से 120 रुपए किलो के भाव में आसानी से मार्केट में बेच सकते हैं. आप बेहद कम वक्त में मशरूम स्पॉन के बिजनेस से बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.

homebihar
मशरूम का स्पॉन तैयार कर कई राज्यों को करती हैं सप्लाई, ऐसे की शुरूआत
और पढ़ें