नवादा में शादी समारोह में खाना खाने के बाद 2 दर्जन लोगों की बिगड़ी तबीयत, गांव में मचा कोहराम
Nawada News: गया के मालती दरियापुर से नवादा के ओरैना गांव में बारात आई थी. तमाम औपचारिकताओं के बाद खाना परोसा गया. बारातियों ने छक कर भोजन किया. खाना खाने के कुछ देर बाद ही लोगों की तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई. लो...और पढ़ें

नवादा. बिहार के नवादा जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. शादी समारोह में तब कोहराम मच गया जब खाना खाते ही 2 दर्जन से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए. बारात के लड़की पक्ष के घर पहुंचने पर उन्हें खाना परोसा गया था. खाना खाने के कुछ देर बाद ही लोग बीमार पड़ने लगे. लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी. एक के बाद एक दो दर्जन से ज्यादा लोगों के बीमार पड़ने पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. आनन-फानन में लोगों का इलाज शुरू किया गया. 7 लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल भेज दिया गया. बाकी का गया में इलाज में चल रहा है. इस घटना के बाद दुल्हन पक्ष के लोग स्तब्ध हैं. भोजन में ऐसा क्या मिला था जो इतनी बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ गए, इसका अभी तक पता नहीं चल सका है.
जानकारी के अनुसार, नवादा जिले के ओरैना गांव में एक युवती की शादी थी. गया के दरियापुर मालती गांव से बारात आई थी. शादी समारोह में सभी भोजन किया. डिनर के कुछ देर बाद ही धीरे-धीरे बच्चे और युवा समेत कई लोगों की हालत बिगड़ने लगी. लोगों को दस्त और उल्टियां होनी शुरू हो गईं. इसके बाद आनन-फानन में सभी का इलाज कराया गया. इस दौरान कुल 7 लोगों की हालत गंभीर पाई गई. गंभीर रूप से बीमार लोगों को नवादा सदर अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. अन्य लोगों का गया जिले में इलाज किया जा रहा है. इलाज के बाद सभी की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. इस दौरान नवादा सदर अस्पताल में अस्पताल प्रबंधन की खामी भी सामने आई. बेड न रहने के कारण बच्चे को जमीन पर लिटाकर उनका इलाज किया गया. इससे परिजनों में काफी नाराजगी भी देखी गई.
गर्मी के दिनों में खाना खराब होने की आशंका
बिहार इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है. प्रदेश के अधिकांश जिले लू की चपेट में हैं. आमतौर पर गर्मी के दिनों खाना के जल्दी खराब होने की आशंका रहती है और ऐसे भोजन के सेवन का सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. ऐसे में गर्मी के दिनों में खाने को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है. खराब खाना खाने से उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगती है.
मुंगेर में बिगड़ी थी 48 बच्चों की तबीयत
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को मुंगेर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई थी. जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने राष्ट्रीय कृमि दिवस के मौके पर घोरघट शाह जुबैर स्कूल के छात्रों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई थी. दवा खाते 48 से ज्यादा छात्र बीमार पड़ गए थे. बताया जाता है कि कई स्कूली छात्र तो बेहोश हो गए थे. बीमार बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बच्चों के बीमार पड़ने से स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल गए थे. सिविल सर्जन ने दावा किया था कि खाली पेट दवा खाने से छात्र बीमार पड़े हैं. अब सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं.