बहू की हत्या मामले में सजा काट रही महिला की मौत, जिला प्रशासन ने उठाया बड़ा कदम
Gopalganj News: चनावे जेल में बंद एक महिला कैदी की अचानक से तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई. महिला बहू की हत्या मामले में सजा काट रह...और पढ़ें

गोपालगंज. बिहार के गोपालगंज जिले में एक बड़ी घटना हुई है. जिले के चनावे जेल में बंद एक महिला कैदी की मौत हो गई. परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. महिला कैदी बहू की हत्या मामले में साल 2019 से सजा काट रही थी. महिला कैदी की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. स्थानीय पुलिस ने किसी तरह परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. कैदी की मौत से जेल के साथ ही जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया. आनन-फानन में पोस्टमॉर्टम के लिए एक टीम का गठन किया गया है, जो इस पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेगी. वहीं, महिला कैदी की मौत ने जेल प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़ा कर दिया है.
जानकारी के अनुसार, मृतक महिला की पहचान उमा देवी के तौर पर की गई है. वह जादोपुर थाना क्षेत्र के बाबू बिशुनपुर गांव निवासी फागू राम की पत्नी थीं. बताया जाता है कि बहू की हत्या मामले में चनावे जेल में सजा काट रही महिला की बुधवार देर रात मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि साल 2016 में बहू ममता देवी की मौत के बाद दहेज हत्या का केस दर्ज हुआ था. इसी मामले में उमा देवी वर्ष 2019 से जेल में सजा काट रही थीं. परिजनों ने बताया कि उमा देवी शुगर की मरीज थीं. वहीं, जेल प्रशासन ने बताया कि जेल के डॉक्टर महिला कैदी का इलाज कर रहे थे.
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अचानक बिगड़ी तबीयत
बुधवार की देर शाम महिला कैदी उमा देवी की तबीयत अचानक से बिगड़ गई थी, जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए जेल प्रशासन ने उनको सदर अस्पताल भेज दिया था. सदर अस्पताल में इलाज के दौरान महिला कैदी की मौत हो गई. महिला की मौत की खबर पाकर सदर अस्पताल पहुंची मृतका की बेटी सुमन देवी और बेटे रामप्रवेश राम ने जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए उच्चस्तरीय जांच और करवाई की मांग की है.
मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम गठित
महिला कैदी उमा देवी की मौत के बाद जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है. इसी टीम की निगरानी में शव का पोस्टमॉर्टम मेडिकल बोर्ड के द्वारा कराया जाएगा. इधर, महिला कैदी की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा है. सदर अस्पताल में हंगामा कर रहे परिजनों को नगर थाने की पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया.