खान सर की आशंका सही निकली! स्टूडेंट्स रहे गायब और सियासी दलों ने छात्र आंदोलन कर लिया हाइजैक
RRB-NTPC Protest: बिहार बंद के दिन राजद और जाप के नेता सड़कों पर उतरे और हंगामा किया. राजद के विधायक मुकेश रौशन ने हजीपुर में चक्का जाम किया और आगजनी कर प्रदर्शन किया. राजद कार्यालय के सामने कार्यकर्ताओं ने आगजन...और पढ़ें

पटना. आरआबी एनटीपीसी परीक्षा में धांधली के खिलाफ छात्रों ने बिहार बंद का ऐलान किया था. बिहार बंद में छात्रों द्वारा ट्रेन रोकने से लेकर सड़कों की पर प्रदर्शन की बात कही जा रही थी. पर जो तस्वीर निकलकर समने आई उसमें छात्र की जगह सिर्फ राजनीतिक दलों के झंडे और कार्यकर्ता ही सड़कों पर दिखाई दिए. बिहार बंद में हुए प्रदर्शन से छात्र दूर ही रहे, जबकि तमाम पार्टियों के लिए सड़क पर प्रदर्शन करते हुए दिखे और जगह-जगह आगजनी की. यूं कह सकते हैं कि छात्रों का यह आंदोलन कहे तो सियासी दलों ने हाईजैक कर लिया. बता दें कि ऐसी ही आशंका एक दिन पहले ही प्रसिद्ध कोचिंग संचालक खान सर ने भी व्यक्त की थी और छात्रों से अपील की थी कि वे प्रोटेस्ट में हिस्सा न लें. शुक्रवार को सड़कों पर जो दृश्य देखे गए इससे खान सर की बात बिल्कुल ही सटीक साबित हुई.
बिहार बंद के दिन सड़कों पर राजद और जाप के नेता सड़कों पर उतरे और हंगामा किया. राजद के विधायक मुकेश रौशन ने हजीपुर में चक्का जाम किया और सड़क पर आगजनी कर प्रदर्शन किया. राजद कार्यालय के सामने कार्यकर्ताओ ने आगजनी कर सड़क जाम किया. जाप कार्यकर्ताओं ने करगिल चौराहे से डाक बंगला चौराहे तक जमकर हंगामा किया. दुकानों पर लाठियां चटकाईं और जबरन दुकानें बंद करवाईं.
जाप प्रमुख पप्पू यादव भी कार्यकर्ताओ के साथ डाक बंगला चौराहा पहुंचकर प्रदर्शन किया. पप्पू यादव ने कहा कि सुशील मोदी का रेलवे जो कह रही है वो पूरी तरह से झूठ और आंदोलन को रोकने का प्रयास है. यूपी चुनाव के कारण आंदोलन को टालने की साजिश की जा रही है. वहीं, सीपीआई माले विधायक महबूब अली ने कहा कि रेलवे जबतक रिजल्ट सुधार कर जारी नहीं करती और छात्रों की मांगें माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा.
पुलिस ने जाप नेता प्रेमचंद्र सिंह, माले विधायक महबूब अली सहित कई विधायकों को हिरासत में लिया और डाक बंगला चौराहे को खाली कराया. लेफ्ट छात्र संगठन AISA, AISF ,DSO, सहित कई छात्र संगठनों के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और छात्रों की मांगे मानने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही.
कांग्रेस प्रदर्शन से रही गायब
बिहार बंद को लेकर गठबंधन के साथ कांग्रेस ने भी विरोध में साथ देने और विपक्षी एकजुटता दिखाने की बात कही थी, पर कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता बंद में दिखाई नहीं पड़ा. छात्र आंदोलन को हवा और सियासी रंग देने का आरोप कांग्रेस पर लगा था, लेकिनपर जब आज तमाम विपक्षी दल सड़क पर रहे तो कांग्रेसी नेताओं ने दूरी बनाए रखी.