योग दिवस विशेष: 5-10 मिनट का सूर्य नमस्कार आपको रखता है निरोग, जानें क्या हैं फायदे
Surya Namaskar: सूर्य नमस्कार नींद ना आने की समस्या, रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने, पाचन क्रिया को बेहतर करने में भी काफी मददगार साबित होता है. बता दें कि पूरी दुनिया में योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है.

राहुल देव कुमार
पटना. आज जब पूरी दुनिया में कोरोना (Corona) से लोग परेशान हैं और इस बीमारी ने लाखों लोगों को जान ली है, दुनिया भर के वैज्ञानिक इस बीमारी पर काबू करने के लिए लगातार प्रयोग कर रहें हैं. वैसे वैक्सीन लगाकर आप कोरोना पर नियंत्रित कर सकते हैं लेकिन लंबे समय से इस बीमारी से बचने के लिए आपको योग (Yoga) का सहारा चाहिए. योग सभी के जीवन के लिए बहुत जरूरी है. योग में सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar) का अलग ही महत्व है. सूर्य नमस्कार का मतलब ‘सूर्य को नमस्कार करना.’
यह योगासनों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है. इसे करने से शरीर रोग मुक्त होता है तो मानसिक तौर पर व्यक्ति सबल होता है. इसे आप योग के तौर पर या एक्सरसाइज के तौर पर भी कर सकते हैं. योग के तौर पर कहने का मतलब धीरे-धीरे अभ्यास करना और गति के साथ करते हैं तो ये एक्सरसाइज हो जाता है. ये घर में भी हो सकती है, जब आपके पास बाहर पार्क में जाने का ऑप्शन ना हो इसमें आपको सिर्फ एक योगा मैट या कंबल बिछाकर आप सूर्य नमस्कार कर सकते हैं.
कितने समय तक करें
हर रोज इसे 5-10 मिनट तक किया जा सकता है. इसे करने के बाद आपको और कुछ करने की आवश्यकता रह जाती है. सूर्यनमस्कार में कुल 12 आसन के पोज़ होते हैं. इसे 5 राउंड से लेकर 10 राउंड तक किया जा सकता है. लेकिन थकावट नहीं हो तो इसे बढ़या भी जा सकता है.
कैसे और कौन करें
यदि युवा वर्ग है तो इसे गति के साथ के कीजिए ताकि आपके काफी अच्छा लगे..लेकिन जो लोग कमजोर या अधिक उम्र के है वो धीरे-धीरे करें ताकि आपके शरीर में दर्द नहीं हो..बच्चे लोग भी इसे गति के साथ करें तो काफी लाभ मिलता है.
शरीर के किस चक्र को प्रभावित करता है?
हमारे देश में इतिहास और विज्ञान को जोड़कर देखते है तो पता चलता है कि सूर्य नमस्कार करने के कई फायदे है. प्राचीन समय में हमारे त्रृषि-मुनि द्वारा कहा जाता था कि शरीर को चलाने वाले विभिन्न अंग, अलग-अलग देवताओं के द्वारा संचालित होते हैं जबकि विज्ञान के नज़रिए से पता चला है कि शरीर के हर अंग को चलाने के लिए एक दिव्य ऊर्जा की जरूरत होती है. इसी तरह हमारी नाभि के पीछे ही होता है मणिपुर चक्र. यह चक्र सूर्य से संबंधित और इसे मानव शरीर का केंद्र भी कहा जाता है.
इसके करने के क्या फायदे हैं
>>सूर्य नमस्कार रोज करने से उसकी रचनात्मकता और अंतर्ज्ञान बढ़ता है.
>>तनाव दूर करने में सूर्य नमस्कार काफी लाभदायक है.
>>नींद ना आने की समस्या में भी ये फायदेमंद है.
>>रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने में भी काफी मददगार है.
>>यह पाचन क्रिया को बेहतर करता है.
>>वजन कम करने में ये लाभकारी है.
>>सूर्यनमस्कार शरीर को काफी लचीला बनाता है.
>>एकाग्रता बढ़ाने में भी मददगार है.
>>पीरियड्स को रेग्युलर करने, हैवी ब्लीडिंग या कम ब्लीडिंग को सही करने में भी मददगार है.
>>गुड हार्मोन्स का स्त्राव बढ़ता है.
>>डिटॉक्स करने में मिलती है मदद.
>>-रोज़ करने से, आप 1 दिन में 400 से भी अधिक कैलोरी बर्न कर सकते हैं.
>>बैली को एक शेप प्रदान करता.
>>चेहरे पर झुर्रियां नहीं आती और स्किन भी ग्लो करती है. इसे करने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है.
>>सेक्सुअल फंक्शन में भी सुधार करता है.