- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
राष्ट्रीय
सोनिया को झटका देने वाले नितीश कुमार, PM मोदी द्वारा आयोजित भोज में होंगे शामिल?
Kamlesh Kapar
26 May 2017 1:36 PM GMT
x
Nitish Kumar will be attending a dinner party organized by PM Modi
नई दिल्ली : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को PM नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित भोज में शामिल होंगे। यह भोज मॉरिशस के प्रधानमंत्री के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है। मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ दो दिन के दौरे पर दिल्ली पहुंचे हैं। इस मुलाकात में PM नरेंद्र मोदी और CM नीतीश कुमार कई मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।
बता दे, कि नीतीश कुमार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के द्वारा राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर बुलायी गयी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हुए। उनकी जगह इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व अध्यक्ष शरद यादव शामिल हुए। हालांकि JDU ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि नितीश कुमार सरकारी कार्यक्रमों की व्यस्तता के चलते शामिल नहीं हो पायेंगे। वहीं, राजद अध्यक्ष लालू यादव इस बैठक में शामिल हुए।
इस घटना के बाद से महागठबंधन में दरार की बात सामने आने की बात कही जाने लगी थी। BJP ने कहा था कि नीतीश के ना का क्या मतलब है, समझ लेना चाहिए। जदयू ने इस मामले पर कहा था कि यह राजनीति का विषय ही नहीं है। वहीं, RJD के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने यह कहा कि मुझे नीतीश कुमार के इस फैसले से कोई आश्चर्य नहीं दिखा। उनका ट्रैक रिकार्ड देखने से यह पता चलता है कि हम जिस स्टैंड पर खड़े होते हैं, उनका वह हमेशा विरोध करते हैं।
एेसे में सोनिया गांधी को 'ना' बोलने के बाद PM मोदी को 'हां' कहने से बिहार की राजनीति में एक बार फिर से बयानबाजी का दौर शुरू हो सकता है। राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष भाजपा उम्मीदवार को चुनौती देने के लिए एक साझा उम्मीदवार उतारना चाहता है, जिसके लिए एक नाम पर सहमति बनती नहीं दिख रही है। राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम तय करने में नीतीश कुमार की भूमिका को अहम माना जा रहा है और उनके स्टैंड पर लोगों की नजरे टिकी हैं।
Next Story