धर्मांतरण पर नहीं रखी लोस की लाज, पप्पू यादव ने डिप्टी स्पीकर पर फेंके अखबार के टुकड़े
अब तक राज्यसभा में ही हंगामा कराता रहा धर्मांतरण का मसला शीत सत्र समापन से एक दिन पहले लोकसभा को भी गरमा गया। एकतरफ विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगता रहा और दूसरी तरफ सरकार ने इस पूरे मुद्दे से ही पल्ला झाड़ लिया। विपक्ष के भारी शोरशराबे और
नई दिल्ली। अब तक राज्यसभा में ही हंगामा कराता रहा धर्मांतरण का मसला शीत सत्र समापन से एक दिन पहले लोकसभा को भी गरमा गया। एकतरफ विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगता रहा और दूसरी तरफ सरकार ने इस पूरे मुद्दे से ही पल्ला झाड़ लिया। विपक्ष के भारी शोरशराबे और हंगामे के बीच लोकसभा में सोमवार को तब असहज हालात बन गए जब राजद सांसद राजेश रंजन (पप्पू यादव) ने एक अखबार फाड़ा और उसे सदन में उछालकर डिप्टी स्पीकर पर बिखेर दिया। उधर, विरोध और नारेबाजी के दौरान केरल से माकपा सांसद ए संपत अचानक बेहोश जैसे हो गए। उन्हें संसद स्थित डिस्पेंसरी ले जाना पड़ा, जहां कुछ ही देर में उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
वहीं धर्मांतरण मुद्दे पर सरकार का पक्ष स्पष्ट करते हुए संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडु ने कहा कि धर्मांतरण के मामलों से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। सरकार जबरदस्ती धर्मांतरण कराने के खिलाफ है और इसे रोकने के लिए कानून बनाने की पक्षधर है। जिन राज्यों में ये मामले सामने आ रहे हैं वहां की राज्य सरकारें इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें।
धर्मांतरण मसले पर विपक्षी सांसदों के विरोध के दौरान त्रासद स्थिति बन गई। सांसद पप्पू यादव के उछाले अखबार के कुछ टुकड़े आसन पर मौजूद डिप्टी स्पीकर एम थंबीदुरई पर गिरे। थंबीदुरई ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की और विपक्षी दलों के भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। रंजन के कृत्य की निंदा करते हुए थंबीदुरई ने कहा कि राजेश रंजन के मेरे ऊपर कागज फेंकने के अभद्र व्यवहार पर मुझे सख्त आपत्ति है। यह बहुत गलत बात है। आपको चेयर का सम्मान करना चाहिए। इस घटना से पहले धर्मांतरण के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग को लेकर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, माकपा, राजद और आप के सांसद सदन के वेल में आकर नारेबाजी कर रहे थे।
इन सांसदों का कहना था कि भाजपा ने मोदी के नाम पर चुनाव जीता है इसलिए उन्हें सदन में बयान देना चाहिए। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने थंबीदुरई को यह कहकर शांत करने का प्रयास किया कि सदस्यों का उद्देश्य आसन का अपमान करना नहीं था। खडग़े ने कहा, 'हमारा गुस्सा भाजपा पर है जो कि हमें दबाने का प्रयास कर रही है।' खडग़े ने सरकार के मंत्रियों को घमंडी बताते हुए कहा कि भस्मासुर उन्हें भस्म कर देगा। जवाब में भाजपा नेता वैंकेया नायडू ने कहा कि भस्मासुर समझदार लोगों के पास नहीं आता। हम समझदार लोग हैं। इस बीच, राजेश रंजन ने भी माफी मांगते हुए डिप्टी स्पीकर से कहा, 'मैंने आप पर कागज नहीं फेंके थे। मैं क्षमा मांगता हूं।'